भजन के माध्यम से हम भगवान को याद करते हैं और अपने प्रेम को व्यक्त करते हैं। राजस्थान के चित्तौरगढ़ में मौजूद श्री सांवरिया सेठ जी के लिए गाया जाने वाला यह भजन “कीर्तन की है रात” काफी अधिक प्रसिद्ध हैं। श्री सांवरिया सेठ जी के भक्त इस भजन को गा कर आनंद में झूम उठते हैं।
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कीर्तन की है रात (Kirtan Ki Hai Raat Lyrics)
कीर्तन की है रात
कीर्तन की है रात बाबा, आज थाने आनो है,
कीर्तन की है रात बाबा, आज थाने आनो है।
थाने कोल निभानो है,
कीर्तन की है रात बाबा, आज थाने आनो है,
कीर्तन की है रात बाबा, आज थाने आनो है,
दरबार सांवरिया ऐसो सजो प्यारा दयालु आपको,
सेवा में सांवरिया, सगळा खड़ा डिगे, हुकुम बस आपको।
सेवा में थारी म्हाने आज बिछ जानो है,
थाने कोल निभानो है,
कीर्तन की है रात बाबा, आज थाने आनो है,
कीर्तन की है रात बाबा, आज थाने आनो है,
कीर्तन की है तैयारी, कीर्तन करा जमकर, प्रभु क्यों देर करो,
वादों थारो दाता, कीर्तन में आने को घनी क्यों देर करो।
भजना सु थाने बाबा आज रिझाने है,
थाने कोल निभानो है,
कीर्तन की है रात बाबा, आज थाने आनो है,
कीर्तन की है रात बाबा, आज थाने आनो है,
जो कुछ बण्यो महा सु अर्पण प्रभु सारो, प्रभु स्वीकार करो,
नादान सु गलती होती ही आई है, प्रभु मत ध्यान धरो।
नंदू सांवरिया थारो दास पुराणो है,
थाने कोल निभानो है,
कीर्तन की है रात बाबा, आज थाने आनो है,
कीर्तन की है रात बाबा, आज थाने आनो है,