क्या आप भगवान काल भैरव की उपासना करना चाहते हो? तो इस लेख में आपको काल भैरव मंत्र के बारे में सम्पूर्ण जानकारी मिलेगी जैसे की मंत्रो का जाप कैसे करना है, मंत्रो के लाभ इत्यादि।
काल भैरव जो की भगवान शिव के क्रोध रूप है जिन्हे अत्यंत शक्तिशाली देवता माना जाता है। उन्हें काल का स्वामी भी माना जाता है और उनकी उपासना से भक्त को कई लाभ मिलते हैं।
काल भैरव मंत्रों का जाप करने से भक्त को भूत-प्रेत बाधाओं से मुक्ति मिलती है, शनि दोष से निवारण प्राप्त होता है, और जीवन में आने वाली सभी बाधाओं से रक्षा मिलती है। तो आइये काल भैरव मंत्र के बारे में जानते है।
काल भैरव मंत्र
|| सरल और प्रभावी मंत्र ||
ॐ काल भैरवाय नमः
|| शनि दोष निवारण मंत्र ||
ॐ ह्रीं बं बटुकाय मम आपत्ति उद्धारणाय। कुरु कुरु बटुकाय बं ह्रीं ॐ फट स्वाहा:
|| भगवान भैरव की पूजा मंत्र ||
ॐ तीखदन्त महाकाय कल्पान्तदोहनम्, भैरवाय नमस्तुभ्यं अनुज्ञां दातुर्माहिसि
|| कालभैरव अष्टकम् ||
देवराजसेव्यमानपावनाङ्घ्रिपङ्कजं
व्यालयज्ञसूत्रमिन्दुशेखरं कृपाकरम् ।।१।।
नारदादियोगिवृन्दवन्दितं दिगंबरं
काशिकापुराधिनाथ कालभैरवं भजे।।२।।
भानुकोटिभास्वरं भवाब्धितारकं परं
नीलकण्ठमीप्सितार्थदायकं त्रिलोचनम्।।३।।
कालकालमंबुजाक्षमक्षशूलमक्षरं
काशिका पुराधिनाथ कालभैरवं भजे।।४।।
शूलटङ्कपाशदण्डपाणिमादिकारणं
श्यामकायमादिदेवमक्षरं निरामयम्।।५।।
भीमविक्रमं प्रभुं विचित्रताण्डवप्रियं
काशिका पुराधिनाथ कालभैरवं भजे।।६।।
भुक्तिमुक्तिदायकं प्रशस्तचारुविग्रहं
भक्तवत्सलं स्थितं समस्तलोकविग्रहम्।।७।।
विनिक्वणन्मनोज्ञहेमकिङ्किणीलसत्कटिं
काशिकापुराधिनाथ कालभैरवं भजे।।८।।
धर्मसेतुपालकं त्वधर्ममार्गनाशकं
कर्मपाशमोचकं सुशर्मदायकं विभुम्।।९।।
स्वर्णवर्णशेषपाशशोभिताङ्गमण्डलं
काशिकापुराधिनाथ कालभैरवं भजे।।१०।।
रत्नपादुकाप्रभाभिरामपादयुग्मकं
नित्यमद्वितीयमिष्टदैवतं निरञ्जनम्।।११।।
मृत्युदर्पनाशनं कराळदंष्ट्रमोक्षणं
काशिकापुराधिनाथ कालभैरवं भजे।।१२।।
अट्टहासभिन्नपद्मजाण्डकोशसन्ततिं
दृष्टिपातनष्टपापजालमुग्रशासनम्।।१३।।
अष्टसिद्धिदायकं कपालमालिकन्धरं
काशिकापुराधिनाथ कालभैरवं भजे।।१४।।
भूतसङ्घनायकं विशालकीर्तिदायकं
काशिवासलोकपुण्यपापशोधकं विभुम्।।१५।।
नीतिमार्गकोविदं पुरातनं जगत्पतिं
काशिकापुराधिनाथ कालभैरवं भजे।।१६।।
कालभैरवाष्टकं पठन्ति ये मनोहरं
ज्ञानमुक्तिसाधनं विचित्रपुण्यवर्धनम्।।१७।।
शोकमोहदैन्यलोभकोपतापनाशनं
ते प्रयान्ति कालभैरवाङ्घ्रिसन्निधिं ध्रुवम्।।१८।।
।।इति श्रीमच्छङ्कराचार्यविरचितं कालभैरवाष्टकं संपूर्णम्।।
|| भगवान काल भैरव का महामंत्र ||
ॐ कालभैरवाय नम:।।
ॐ भयहरणं च भैरव:।।
ॐ भ्रं कालभैरवाय फट्।।
ॐ ह्रीं बं बटुकाय आपदुद्धारणाय कुरूकुरू बटुकाय ह्रीं।।
अतिक्रूर महाकाय कल्पान्त दहनोपम्, भैरव नमस्तुभ्यं अनुज्ञा दातुमर्हसि।।
ॐ ह्रीं बं बटुकाय मम आपत्ति उद्धारणाय. कुरु कुरु बटुकाय बं ह्रीं ॐ फट स्वाहा।।
अन्य प्रमुख मंत्र –
- शिव पंचाक्षर स्तोत्र मंत्र
- श्री साईं कष्ट निवारण मंत्र
- गौ माता मंत्र
- महा सुदर्शन मंत्र
- केतु गायत्री मंत्र
काल भैरव मंत्र जाप विधि
आप अगर काल भैरव मंत्र का जाप करना चाहते हे तो आप मंत्र का जाप किसी भी शुभ मुहूर्त में कर सकते है। ध्यान रखे की आप जाप करते समय पूर्व दिशा में मुख करके बैठें और काल भैरव की तस्वीर या मूर्ति के सामने दीपक जलाएं।
आप मन ही मन में मंत्र का जाप करते समय भगवान काल भैरव का ध्यान करें और मन को एकाग्र रखें। अगर हो सके तो काल भैरव मंत्र का जाप किसी भी योग्य गुरु के मार्गदर्शन में करे। अगर आप मंत्र जाप के साथ-साथ भगवान काल भैरव की पूजा भी करते हे तो इससे आपको अधिक फल प्राप्त होगा।
काल भैरव मंत्र का महत्व
भगवान काल भैरव मंत्र का जाप करने से भक्त को कई लाभ प्राप्त होते है। भक्त को भूत-प्रेत बाधाओं से मुक्ति मिलती है। अगर शनि की साढ़े साती चल रही हो तो काल भैरव मंत्र का जाप करने से शनि दोष से निवारण मिलता है।
यह मंत्र भक्त के जीवन में आने वाली सभी बाधाओं से रक्षा करता है और उसे सफलता दिलाता है। इसके अलावा काल भैरव मंत्र का नियमित जाप करने से भक्त को मन की शांति और आत्मविश्वास प्राप्त होता है।
Kaal Bhairav Mantra PDF
आप नियमित रूप से आसानी से काल भैरव मंत्र का जाप कर सके इसके लिए हमने काल भैरव मंत्र की PDF को तैयार की है। आप इस PDF के माध्यम से प्रतिदिन काल भैरव मंत्र का जाप कर सकते है और भगवान की कृपा से अपने जीवन को सुखमय बना सकते है।