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हिंदू धर्म में इंद्र प्रमुख देवता हैं, जिन्हें देवताओं का राजा कहा जाता है। इंद्र देव आकाश, गरज, तूफान, बिजली, मौसम, बारिश, नदी के प्रवाह और युद्ध से जुड़े हैं। आज का यह लेख श्री इंद्र चालीसा के बारे में है।

इंद्र चालीसा का श्रद्धा और विश्वास से पाठ से जीवन में साहस, शक्ति, सुख-समृद्धि, तथा शांति प्राप्त होती है। इंद्र चालीसा का पाठ करने का सुभ दिन गुरुवार और रविवार का है।

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श्री इंद्र चालीसा की और आगे बढ़ने से पहले हमने अपने पुराने कुछ लेखो में विभिन्न चालिसा का वर्णन किया है आप उन्हें भी पढ़ सकते है जैसे मां शाकंभरी देवी चालीसा, गोरखनाथ चालीसा, श्री हनुमान चालीसा, श्री शिव चालीसा और श्री विष्णु चालीसा

संपूर्ण इंद्र चालीसा (Shree Indra Chalisa)

—॥ दोहा ॥—

श्री इंद्र देव सब सुख करें, भक्तों का उद्धार।
दीन-दुखियों के तुम हो पालन, करो सदा उद्धार॥

—॥ चौपाई ॥—

जय जय इंद्र देव महाबली,
स्वर्ग के राजा तुम नंदलाली॥१॥
तुमसे चलता है जग सारा,
सबको देते हो तुम सहारा॥२॥

वज्रधारी तुम बलशाली,
तुमसे डरते हैं सब मतवाली॥३॥
सुर-नर-मुनि करें गुणगान,
तुम्हीं हो जग के पालनहार॥४॥

मेघों के तुम हो अधिपति,
धरती पर वर्षा का वरदान॥५॥
सभी जीवों की रक्षा करते,
तुम्हीं हो सृष्टि के कर्ताधर्ता॥६॥

वज्र तुम्हारा सबको बचाये,
जो भी इसे सुमिरन में लाये॥७॥
तुम्हारी कृपा से वर्षा हो,
धरती पर हरियाली छा जाये॥८॥

स्वर्ग के तुम हो महाराजा,
सभी देवता तुम्हारे सेवक ॥९॥
तुम्हारे दरबार में सब आकर,
पाते हैं सुख-शांति का वरदान॥१०॥

तुमसे प्राप्त होती है शक्ति,
हर संकट से रक्षा करते ॥११॥
भक्तों के तुम हो सखा,
तुम्हारे बिना जीवन न सधा॥१२॥

तुम्हारी कृपा से मिलता है सुख,
हर दिन की शुरुआत हो तुम्हारे नाम से॥१३॥
संकट से बचने की हो आस,
तुम्हारी वंदना से हो जीवन ख़ास॥१४॥

तुम हो वज्र के स्वामी,
तुमसे बड़ा नहीं कोई ज्ञानी॥१५॥
सभी देवता तुम्हें नमन करें,
तुम्हारी महिमा का गान करें॥१६॥

जो भी पढ़े यह इंद्र चालीसा,
उसके जीवन में न हो कलेश॥१७॥
दुख-दरिद्र सभी दूर हो जाए,
जीवन में सुख-समृद्धि आए॥१८॥

करते हैं तुम्हारी हम वंदना,
तुम्हारे चरणों में सिर झुकायें॥१९॥
हमारे जीवन की नैया पार करो,
हर संकट से हमें उबारो॥२०॥

जय जय इंद्र देव महाबली,
स्वर्ग के राजा तुम नंदलाली॥२१॥
तुमसे चलता है जग सारा,
सबको देते हो तुम सहारा॥२२॥

—॥ दोहा ॥—

श्री इंद्र देव सब सुख करें, भक्तों का उद्धार।
दीन-दुखियों के तुम हो पालन, करो सदा उद्धार॥

हिंदू धर्म में इंद्र देव का महत्व

हिंदू धर्म में इंद्र देव का विशेष महत्व है। इंद्र देवताओं के राजा हैं और इसके अलावा इंद्र देव को वर्षा का देवता भी माना जाता है। उनके कार्यों में बारिश के मौसम को प्रभावित करने के लिए माना जाता है। ऋग्वेद में सबसे अधिक बार इंद्र देव का उल्लेख किया गया हैं और ग्रीक पौराणिक कथाओं तथा नॉर्स पौराणिक कथाओं में भी इंद्र देव का उल्लेख है।

श्री इंद्र चालीसा के लाभ

इंद्र चालीसा के पाठ से जीवन में सकारात्मक बदलाव आना शुरू हो जाते है। इंद्र चालीसा से सुख समृद्धि और धन प्राप्ति होती है शांति प्राप्त होती है, बाधाओं से मुक्ति मिलती है, और सभी मनोकामनाओं की पूर्ति होती है तथा इंद्र देव की कृपा प्राप्त होती है।

Indra Chalisa PDF

हमने आपके लिए एक बेहतरीन श्री इंद्र चालीसा PDF तैयार की है जिससे आप प्रतिदिन आसानी से इंद्र चालीसा का पाठ कर सकते है। यह इंद्र देव चालीसा PDF आप हमारे द्वारा उचित मूल्य में खरीद सकते है और चालीसा के पाठ से जीवन में इंद्र देव की कृपा पा सकते है।

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