पंच-तत्व मंत्र: जीवन के पांच तत्वों से जुड़ने का रहस्य

पंच-तत्व का अर्थ है पाँच मूल तत्व - पृथ्वी, जल, अग्नि, वायु और आकाश। ये तत्व हमारे शरीर और प्रकृति का आधार हैं 

पंच-तत्व मंत्र शरीर, मन और आत्मा को इन पाँच तत्वों के साथ संतुलित करता है और जीवन में समृद्धि लता है।

पंच-तत्व मंत्र के नियमित जाप से जीवन में शांति, ऊर्जा, संतुलन, सकारात्मकता, और सफलता आती है। 

श्री पंच-तत्व प्रणाम मंत्र जय श्रीकृष्णचैतन्य प्रभु नित्यानंद ।श्री अद्वैत गदाधर श्रीवासादि गौर भक्तवृंद ॥

मंत्र का हिंदी अर्थ  मैं श्रीकृष्ण चैतन्य महाप्रभु, प्रभु नित्यानंद, श्री अद्वैत आचार्य, श्री गदाधर पंडित और श्रीवास ठाकुर तथा उनके सभी गौर भक्तों को प्रणाम करता हूँ।

श्री पंच-तत्व प्रणाम मंत्र  की सम्पूर्ण जानकारी