भगवान हनुमान जी हिंदू धर्म में एक प्रमुख देवता हैं। उन्हें बल, बुद्धि और भक्ति का प्रतीक माना जाता है। वे श्री राम भगवान के परम भक्त है और रामचरितमानस में उनकी अनेक लीलाओं का वर्णन है। आज के इस लेख में हम हनुमान जी की आराधना करने के लिए हनुमान स्तुति के बारे में जानेगे।

हनुमान स्तुति भगवान हनुमान जी को समर्पित है जिनमे उनकी शक्ति, बुद्धि और भक्ति का गुणगान हैं। इस स्तुति का पाठ करने से भक्त का मन शांत होता है और जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। तो आइये बिना एक भी सेकंड गवाए हनुमान स्तुति तथा उनके महत्व को जानते है।

हनुमान स्तुति

---|| हनुमान जी की स्तुति ||---

जय बजरंगी जय हनुमाना,
रुद्र रूप जय जय बलवाना,
पवनसुत जय राम दुलारे,
संकट मोचन सिय मातु के प्यारे ॥१॥

जय वज्रकाय जय राम केरू दासा,
हृदय करतु सियाराम निवासा,
न जानहु नाथ तोहे कस गोहराई,
राम भक्त तोहे राम दुहाई ॥२॥

विनती सुनहु लाज रखहु हमारी,
काज कौन जो तुम पर भारी,
अष्टसिद्धि नवनिधि केरू भूपा,
बखानहु कस विशाल अति रूपा ॥३॥

धर्म रक्षक जय भक्त हितकारी,
सुन लीजे अब अरज हमारी,
भूत प्रेत हरहु नाथ बाधा,
सन्तापहि अब लाघहु साधा ॥४॥

मान मोर अब हाथ तुम्हारे,
करहु कृपा अंजनी के प्यारे,
बन्दतु सौरभ दास सुनहु पुकारी,
मंगल करहु हे मंगलकारी ॥५॥

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हनुमान स्तुति के महत्व

हनुमान स्तुति भगवान श्री हनुमान जी की महिमा और उनके अद्भुत गुणों का वर्णन करने वाला स्तोत्र है। हनुमान जी, जिन्हें संकटमोचन, पवनपुत्र और रामभक्त के रूप में जाना जाता है वह अनंत शक्ति, ज्ञान, और भक्ति के प्रतीक हैं।

जो व्यक्ति सच्चे मन से हनुमान जी की स्तुति करता है उसे जीवन के सभी संकटों से मुक्ति मिलती है। उनकी पूजा करने से सभी प्रकार के विघ्न दूर होते हैं। भक्त के बल और बुद्धि में वृद्धि होती है और सभी प्रकार के कष्ट और भय दूर होते हैं।

हनुमान जी के प्रमुख मंदिर

अगर आप हनुमान जी में श्रद्धा रखते हो तो आपको उनके प्रमुख मंदिरों में अवस्य दर्शन के लिए जाना चाहिए।

Hanuman Stuti PDF

आप अगर नियमित रूप से हनुमान स्तुति करना चाहते हे तो इसके लिए हमने हनुमान स्तुति की बेहतरीन PDF को तैयार किया है। तो इंतज़ार किस बात का अभी PDF को डाउनलोड कीजिये और शुभ मुहूर्त में हनुमान स्तुति का पाठ कीजिये।