Loading...
Advertisement
Ramshalaka Image

श्री प्रेतराज पितृ लोक के राजा है तथा वह हिंदू धर्म के महत्वपूर्ण देवता है। श्री प्रेतराज मृत आत्माओं के संरक्षक तथा मार्गदर्शक के रूप में जाने जाते है उनकी पूजा मुख्य रूप से श्रद्धा पर्व के दौरान की जाती है।

आज के इस लेख में आप श्री प्रेतराज जी की चालीसा तथा उनकी चालीसा के महत्व के बारे में जानेंगे। इसके साथ ही आप यह भी जानेंगे कि श्री प्रेत राज चालीसा के क्या लाभ है तथा उनकी पूजा मुख्य रूप से कहां पर करनी चाहिए और पूजा करने के विशेष दिन कौन सा है।

श्री प्रेतराज सरकार जी की चालीसा की ओर आगे बढ़ने से पहले आप कुछ अन्य चालीसा भी देख सकते हैं जैसे की श्री जीण माता चालीसा, श्री छिन्नमस्ता चालीसा, मां पार्वती चालीसा, गोरखनाथ चालीसा, और श्री हनुमान चालीसा

श्री प्रेतराज चालीसा (Pretraj Chalisa)

—।। दोहा ।।—

गणपति की कर वंदना,गुरु चरनन चितलाय।
प्रेतराज जी का लिखूं,चालीसा हरषाय॥___१

Advertisement
Ramshalaka Image

जय जय भूताधिप प्रबल,हरण सकल दु:ख भार।
वीर शिरोमणि जयति,जय प्रेतराज सरकार॥___२

—॥ चौपाई ॥—

जय जय प्रेतराज जग पावन।महा प्रबल त्रय ताप नसावन॥
विकट वीर करुणा के सागर।भक्त कष्ट हर सब गुण आगर॥१॥

रत्न जटित सिंहासन सोहे।देखत सुन नर मुनि मन मोहे॥
जगमग सिर पर मुकुट सुहावन।कानन कुण्डल अति मन भावन॥२॥

धनुष कृपाण बाण अरु भाला।वीरवेश अति भृकुटि कराला॥
गजारुढ़ संग सेना भारी।बाजत ढोल मृदंग जुझारी॥३॥

Advertisement
Ramshalaka Image

छत्र चंवर पंखा सिर डोले।भक्त बृन्द मिलि जय जय बोले॥
भक्त शिरोमणि वीर प्रचण्डा।दुष्ट दलन शोभित भुजदण्डा॥४॥

चलत सैन काँपत भूतलहू।दर्शन करत मिटत कलि मलहू॥
घाटा मेंहदीपुर में आकर।प्रगटे प्रेतराज गुण सागर॥५॥

लाल ध्वजा उड़ रही गगन में।नाचत भक्त मगन हो मन में॥
भक्त कामना पूरन स्वामी।बजरंगी के सेवक नामी॥६॥

इच्छा पूरन करने वाले।दु:ख संकट सब हरने वाले॥
जो जिस इच्छा से आते हैं।वे सब मन वाँछित फल पाते हैं ॥७॥

Advertisement
Ramshalaka Image

रोगी सेवा में जो आते।शीघ्र स्वस्थ होकर घर जाते॥
भूत पिशाच जिन्न वैताला।भागे देखत रुप कराला॥८॥

भौतिक शारीरिक सब पीड़ा।मिटा शीघ्र करते हैं क्रीड़ा॥
कठिन काज जग में हैं जेते।रटत नाम पूरन सब होते॥९॥

तन मन धन से सेवा करते।उनके सकल कष्ट प्रभु हरते॥
हे करुणामय स्वामी मेरे।पड़ा हुआ हूँ चरणों में तेरे॥१०॥

कोई तेरे सिवा न मेरा।मुझे एक आश्रय प्रभु तेरा॥
लज्जा मेरी हाथ तिहारे।पड़ा हूँ चरण सहारे॥११॥

Advertisement
Ramshalaka Image

या विधि अरज करे तन मन से।छूटत रोग शोक सब तन से॥
मेंहदीपुर अवतार लिया है।भक्तों का दु:ख दूर किया है॥१३॥

रोगी, पागल सन्तति हीना।भूत व्याधि सुत अरु धन छीना॥
जो जो तेरे द्वारे आते।मन वांछित फल पा घर जाते॥१४॥

महिमा भूतल पर है छाई।भक्तों ने है लीला गाई॥
महन्त गणेश पुरी तपधारी।पूजा करते तन मन वारी॥१५॥

हाथों में ले मुगदर घोटे।दूत खड़े रहते हैं मोटे॥
लाल देह सिन्दूर बदन में।काँपत थर-थर भूत भवन में॥१६॥

Advertisement
Ramshalaka Image

जो कोई प्रेतराज चालीसा।पाठ करत नित एक अरु बीसा॥
प्रातः काल स्नान करावै।तेल और सिन्दूर लगावै॥१७॥

चन्दन इत्र फुलेल चढ़ावै।पुष्पन की माला पहनावै॥
ले कपूर आरती उतारै।करै प्रार्थना जयति उचारै॥१८॥

उनके सभी कष्ट कट जाते।हर्षित हो अपने घर जाते॥
इच्छा पूरण करते जनकी।होती सफल कामना मन की॥१९॥

भक्त कष्टहर अरिकुल घातक।ध्यान धरत छूटत सब पातक॥
जय जय जय प्रेताधिप जय।जयति भुपति संकट हर जय॥२०॥

Advertisement
Ramshalaka Image

जो नर पढ़त प्रेत चालीसा।रहत न कबहूँ दुख लवलेशा॥
कह भक्त ध्यान धर मन में।प्रेतराज पावन चरणन में॥२१॥

—।। दोहा ।।—

दुष्ट दलन जग अघ हरन,समन सकल भव शूल।
जयति भक्त रक्षक प्रबल,प्रेतराज सुख मूल।___१

विमल वेश अंजिन सुवन,प्रेतराज बल धाम।
बसहु निरन्तर मम हृदय,कहत भक्त सुखराम।___२

श्री प्रेतराज जी की चालीसा के लाभ

श्री प्रेतराज चालीसा शक्तिशाली स्तुति है जिसका पाठ भक्त प्रेतराज भगवान का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए कहते हैं। उनके आशीर्वाद से जीवन जीवन में आध्यात्मिक उन्नति के साथ-साथ भौतिक सुख भी प्राप्त होते हैं।

Advertisement
Ramshalaka Image

शुद्ध मन से प्रेतराज भगवान की चालीसा करने से पितृ दोष दूर होते हैं, जीवन में सुख तथा समृद्धि प्राप्त होती है, कई बिगड़ते काम बनना शुरू हो जाते हैं, रोगो से मुक्ति मिलती है, तथा धन लाभ होता है।

श्री प्रेतराज चालीसा का पाठ कब करना चाहिए

अगर आप जीवन में किसी संकट में हो तो आपको प्रेतराज जी की चालीसा का पाठ अवश्य करना चाहिए इससे संकट से तुरंत मुक्ति मिल जाती है। श्राद्ध पर्व के दौरान प्रेतराज भगवान की चालीसा करने करने का विशेष महत्व है इससे पितृ दोष का निवारण होता है।

आप श्री प्रेतराज सरकार चालीसा का पाठ प्रेतराज जी के मंदिर में जाकर कर सकते है या फिर आप घर में भी श्री प्रेतराज की मूर्ति या चित्र स्थापित करके पूजा कर सकते है। आप प्रतिदिन भी प्रेतराज जी की चालीसा का पाठ कर सकते है इससे आपको विषेस फल की प्राप्ति होगी।

Shree Pretraj Chalisa PDF

अगर आप प्रतिदिन श्री प्रेतराज चालीसा का पाठ करना चाहते हैं तो इसके लिए हमने आपके लिए बेस्ट क्वालिटीचालीसा की पीडीएफ को तैयार किया है। आप प्रेतराज चालीसा पीएफ को हमारे द्वारा खरीद सकते हैं इससे आपको पाठ करने में काफी आसानी होगी। पीडीएफ में प्रेतराज जी की चालीसा का हिंदी अनुवाद अर्थ सहित मिलेगा जिसे आप पढ़ सकते हैं और अपने जीवन में सुखद बदलावला सकते हैं तथा प्रेतराज जी की कृपा पा सकते हैं।

Advertisement
Ramshalaka Image

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *